मोक्ष स्थान
अष्टापद से वृषभनाथजी,
वासुपूज्य चम्पापुर से।
नेमिनाथ गिरिनार गिरी से,
महावीर पावापुर से॥
शेष बीस सम्मेदशिखर से,
तीर्थंकरजी मोक्ष गये ।
मोक्षमहल पाने को हम सब,
उनको माथा झुका रहे ॥
मोक्ष स्थान
अष्टापद से वृषभनाथजी,
वासुपूज्य चम्पापुर से।
नेमिनाथ गिरिनार गिरी से,
महावीर पावापुर से॥
शेष बीस सम्मेदशिखर से,
तीर्थंकरजी मोक्ष गये ।
मोक्षमहल पाने को हम सब,
उनको माथा झुका रहे ॥