पद्मावती सहस्रनाम
पद्मावती सहस्त्र नाम पढ़ें प्रत्येक शतक के बाद कोठे पर शतक समाप्ति का अर्घ चढ़ावें।
प्रत्येक नाम के साथ कुंकुम व पुष्प अलग थाली में चढ़ावें चाहे तो अर्घ्य भी चढ़ा सकते हैं लेकिन 1008 अर्ध्य चढ़ाने पड़ेंगे। उसके बाद 108 अर्ध्य कोठे पर चढ़ावें ।
महादेवी के नाम से पहले
"ॐ ह्रीं अर्ह" ये बीजाक्षर एवं अन्त में " नम:' शब्द अर्चन करते समय प्रत्येक नाम के साथ जोड़ लेवें ।
( उदाहरणार्थ : 1. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यै नमः । )
1. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यैनमः
2. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्णायै नमः
3. ॐ ह्रीं अर्हं पद्महस्तायै नमः
4. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मिन्यै नमः
5. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मासनायै नमः
6. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मकर्णायै नमः
7. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मास्यायै नमः
8. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मलोचनायै नमः
9. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मायै नमः
10. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मदलाक्ष्यै नमः
11. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवनस्थितायै नमः
12. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मालयायै नमः
13.ॐ ह्रीं अर्हं पद्मागन्धायै नमः
14. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मरागायै नमः
15. ॐ ह्रीं अर्हं उपरागिकायै नमः
16. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मप्रियायै नमः
17. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मनाभ्यै नमः
18. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माँग्यै नमः
19. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मशायिन्यै, नमः
20. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्गवत्यै नमः
21. ॐ ह्रीं अर्हं पूतायै नमः
22. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रायै नमः
23. ॐ ह्रीं अर्हं पापनाशिन्यै नमः
24. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभावत्यै नमः
25. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसिद्धायै नमः
26. ॐ ह्रीं अर्हं पार्वत्यै नमः
27. ॐ ह्रीं अर्हं पुरवासिन्यै नमः
28. ॐ ह्रीं अर्हं प्रज्ञायै नमः
29. ॐ ह्रीं अर्हं प्रह्लादिन्यै नमः
30. ॐ ह्रीं अर्हं प्रीतायै नमः
31. ॐ ह्रीं अर्हं पीतामायै नमः
32. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माम्बिकायै नमः
33. ॐ ह्रीं अर्हं पातालवासिन्यै नमः
34. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णायै नमः
35. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मयोन्यै नमः
36.ॐ ह्रीं अर्हं प्रियंवदायै नमः
37. ॐ ह्रीं अर्हं प्रदीप्तायै नमः
38. ॐ ह्रीं अर्हं पाशहस्तायै नमः
39. ॐ ह्रीं अर्हं परायै नमः
40. ॐ ह्रीं अर्हं पारायै नमः
41. ॐ ह्रीं अर्हं परम्परायै
42. ॐ ह्रीं अर्हं पिंगलायै
43. ॐ ह्रीं अर्हं परमायै
44. ॐ ह्रीं अर्हं पूरायै
45.ॐ ह्रीं अर्हं पिंगायै
46. ॐ ह्रीं अर्हं प्राच्यै
47. ॐ ह्रीं अर्हं प्रतीचिकायै
48. ॐ ह्रीं अर्हं परकार्यपिरायै
49. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथ्व्यै
50. ॐ ह्रीं अर्हं पार्थिव्यै
51. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथिवीपत्यै
52. ॐ ह्रीं अर्हं पल्लवायै
53. ॐ ह्रीं अर्हं प्राणदायै
54. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रायै
55. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रांग्यै
56. ॐ ह्रीं अर्हं पूतनायै
57. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभायै
58. ॐ ह्रीं अर्हं पताकिन्यै
पद्मावत्यै
पीतामायै
61. पताकायै
63. पतिमान्यायै
64. पराक्रमायै
66. पुष्टायै
67. परमागमबोधिन्यै
69. परमानन्दायै
70. प्रसन्नायै
71. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रपोषिण्यै
72. पंचबाणगत्यै
73. पौत्र्यै
74. ॐ ह्रीं अर्हं पाखंडधन्यै
75. पितामयै
76. प्रहेलिकायै
77.ॐ ह्रीं अर्हं प्रत्यंचायै
78. प्रथुपापौघनाशिन्यै
79. पूर्णचन्द्रमुख्यै
80. पुण्यायै
81. पुलोमायै
82. पूर्णिमायै
83. प्रथायै
84. पाविन्यै
85. परमानन्दायै
पद्मावत्यादि शतं
87. पंडितेडितायै
88. प्रांशुलभ्यायै
89. प्रमेयायै
90. प्रमायै
91. प्राकारवर्तिन्यै
92. प्रधानायै
93. प्राथितायै
94. प्रार्थ्यायै
95. पटुदायै
96. पक्तिपूरण्यै
97. पातालस्थायै
98. पातालेश्वर्यै
99. प्रणायै
100. प्रेयस्यै नमः ।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
पद्मावती से प्रेयस्यै तक, शत नामों को ध्यायें । हल्दी कुंकुम व गुलाब ले, माता तुम्हें चढ़ायें ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं अर्हं पद्मावत्यादि प्रेयस्यंत्यशतनामधारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
महाज्योतिष्मत्यादि शतं
1. महाज्योतिष्मत्यै
2.मात्रै
3. महायै
4. मायायै
5. महासत्यै
6. महादीप्तयै
7. मत्यै
8. मित्रायै
9. महाचन्ड्यै
10. मंगलायै
11. महिष्यै
12. मानस्यै
13. मेघायै
14. महालक्ष्म्यै
15. मनोहरायै
16. मदापहारिण्यै
17. मृग्यायै
18. मानिन्यै
19. मानशालिन्यै
20. मार्गदात्र्यै
21. मुहूर्तायै
22. माध्व्यै
23. मधुमत्यै
24.
25. महेश्वर्यै
26. महेज्यायै
27. मुक्ताहारविभूषिण्यै
28. महामुद्रायै
29. मनोज्ञायै
30. महाश्वेतायै
31. अतिमोहिन्यै
32. मधुप्रियायै
33. मह्यायै
34. मायायै
35. मोहघ्न्यै
36. मनस्विन्यै
37. माहिष्मत्यै
38. महावेगायै
39. मानदायै
40. मानहारिण्यै
41. महाप्रभायै
42. मदनायै
43. मंत्रवश्यायै
44. मुनिप्रियायै
45. मंत्ररूपायै
46. मंत्रज्ञायै
47. मंत्रदायै
48. मंत्रसागरायै
49. मनः प्रियायै
50. महाकायायै
51. महाशीलायै
52. महाभुजायै
53. महाशयायै
54. महारक्षायै
55. मनोभेदायै
56. महाक्षमायै
57. महाकान्तिधरायै
58. मुक्तायै
59. महाव्रतसहायिन्यै
60. मधुस्रवायै
61. मूर्च्छनायै
62. मृगाक्ष्यै
63. मृगावत्यै
64. मृणालिन्यै
65. मनः पुष्टयै
66. महाशक्त्यै
67. महार्थदायै
68. मूलाधारायै
69. मूडाण्यै
70. मत्ताय
71. मांतगगामिन्यै
72. मंदाकिन्यै
73. महाविद्यायै
74. मर्यादायै
75. मेघमालिन्यै
76. मात्रे
77. मातामयै
78. मंदगत्यै
79. महाकेश्यै
80 महीधरायै
81. महोत्साहायै
82. महादेव्यै
83. महिलायै
84. मानवर्द्धिन्यै
85. महाग्रहायै
86. महाहरायै
87. महामायै
88. मोक्षमार्गप्रकाशिन्यै
89. मान्यायै
90. मानवत्यै
91. मान्यै
92. मणिनूपुरशोभिन्यै
93.
94. मीनायै
97. महादक्षायै
93. मणिकान्तिधरायै
95. महामतिप्रकाशिन्यै
96. महातन्त्रायै
98. मेघायै
99. मुग्धायै
100. महागुणायै ।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
महाज्योतिषमति नामा शत शत, अंतिम महागुणायै । कुंकुम हल्दी व गुलाब ले, मंगल जाप रचायें | सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं महाज्योतिष्मत्यादिमहागुणायै शतनाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 2 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
.जिनमात्रादि शतं
1. जिनमात्रै
2. जिनेन्द्रायै
3. जयंत्यै
4.जगदीश्वर्यै
5. जेयायै
6. जयवत्यै
7. जायायै
8. जनन्यै
9. जनपालिन्यै
10. जगन्मात्रै
11. जगन्मायायै
12. जगज्ज्योतिषै
13. जगज्जितायै
14. जागरायै
15. जर्जरायै
16. जेत्र्यै
17. जमुनायै
18. जलवासिन्यै
19. योगिन्यै
20. योगमूलायै
21. जगद्धात्र्यै
22. जगद्धरायै
23. योगपट्टधरायै
24. ज्वालायै
25. ज्योतिरूपायै
26. ज्वालिन्यै
27. ज्वालामुख्यै
28. ज्वालामालायै
29. जाज्वल्यायै
30. जगद्धितायै
31. जैनेश्वर्यै
32. जिनाधारायै
33. जीवन्यै
34. यश: पालिन्यै
35. यशोदायै
36. ज्यायस्यै
37. ज्येष्ठायै
38. ज्योत्स्नायै
39. ज्वरनाशिन्यै
40. ज्वरलोपायै
41. जराजीर्णायै
42. जाँगुलाऽमयतर्जिन्यै
43. युगभद्रायै
44. जगन्मित्रायै
45. यंत्रिण्यै
46. जनभूषणायै
47. योगेश्वर्यै
48. योगांगायै
49. योगयुक्तायै
50. युगादिजायै
51. यथार्थवादिन्यै
52. जांबूनदकान्तिधरायै
53. जयायै
54. निमेषायै
55. नर्तिन्यै
56. तायै
57. नारायण्यै
58. निर्मदायै
59. नीलात्मिकायै
60. निराकारायै
61. निराधारायै
62. निराश्रयायै
63. नृपवश्यायै
64. निरामान्यायै
65. नि: संगायै
66. नृपनंदिन्यै
67. नृपधर्ममय्यै
68. नीत्यै
69. नूतन्यै
70. नरपलिन्यै
71. नंदायै
72. नन्दवत्यै
73. निष्ठायै
74. नीरदायै
75. नाग वल्लभायै
76. नृत्यप्रियायै
77. नन्दिन्यै
78. नित्यायै
79. नैकायै
80. निरामयायै
81. नागपाशधरायै
82. नौकायै
83. निष्कलंकायै
84. निरागसायै
85. नागवल्लयै
86. नागकन्यायै
87. नागिन्यै
88. नागकुण्डल्यै
89. निद्रायै
90. नागदमन्यै
91. नेत्र्यै
92. नाराचवर्पिण्यै
93. निर्विकारायै
94. निवैरायै
95. नागनाथायै
96. नागकल्पभायै
97. नागस्वामिन्यै
98. नागरमण्यै
99. निर्लोभायै
100. नित्या नन्दविधायिन्यै ।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
जिनमात्रे तायै नागिन्यै, नित्यानंद विधायी । हल्दी कुंकुम रक्त पुष्प की, हमने थाल चढ़ायी ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें | उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं जिनमात्रादिनित्यानंदविधायिनी शत् नाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 3 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
वज्रहस्तादि शतं
1. वज्रहस्तायै
2. वरदायै
3. वज्रशीलायै
4. वरुथिन्यै
5. वज्रायै
6. वज्रायुधायै
7.वाण्यै
8. विजयायै
9. विश्वव्यापिन्यै
10. वसुदायै
11. बलदायै
12. वीरायै
13. विषयायै
14. विषमार्दिन्यै
15. वसुंधरायै
16.वेधायै
17. विश्वायै
18. वर्णिन्यै
19. वायुगामिन्यै
20. बहुवर्णायै
21. बीजवत्यै
22. विद्यायै
23. बुद्धिमत्यै
24. विभायै
25.वामायै
26. वामवत्यै
27.वंद्यायै
28. विनिद्रायै
29. वंशभूषणायै
30. वरारोहायै
31. विशोकायै
32. वेदरूपायै
33. विभूषणायै
34. विशालायै
35. वारुण्यै
36. वल्यायै
37. बालिकायै
38. बालकप्रियायै
39. वर्तिन्यै
40. विषध्यै
41. बालायै
42. विविक्तायै
43. वनवासिन्यै
44.
45. विधिसुतायै
46. वेलायै
47. विश्वयोन्यै
48. बुधप्रियायै
49. बलदायै
50. वीरमात्रे
51. वीरस्वै
52 वीरनन्दिन्यै
53. वरायुधधरायै
54. वेषायै
55. वारिदायै
56. बलशालिन्यै
57. बुद्धमात्रै
58 वरायै
59. बंधुरायै
60. बंधुरूपिण्यै
61. विद्यावत्यै
62. विशालाक्ष्यै,
63. वेदमात्रै
64. विभाश्वर्यै
65. वात्याल्यै
66. विषमायै
67. वीशायै
68. वेदवेदांगधारिण्यै
69. वेदमार्गरतायै
70. व्यक्तायै
71. विलोमायै
72. वादशालिन्यै
73. विश्वमात्रै
74. विषकायै
75. वंशजायै
76. विश्वदीपिकायै
77. वसंतरूपिण्यै
78. वर्षायै
79. विमलायै
80. विविधायुधायै
81. विज्ञानिन्यै
82. विपाशायै
83. विपंच्यै
84. वधमोक्षिण्यै
85. विश्वरूपवत्यै
86. वृद्धायै
87. विनीतायै
88. विशिखाविभायै
89. व्यालिन्यै
90. व्याललीलायै
91. व्याप्तव्याधिविनाशिन्यै
92 विमोहायै
93. वाणसंदोहायै
94. वर्द्धिन्यै
95. वर्द्धमानकायै
96. व्यालेश्वरप्रियायै
97. प्राणप्रेयस्यै
98. वसुदायिन्यै
99. विश्वेश्वर्यै
100. व्यन्तरेन्द्रीवरदात्र्यै ।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
मात वज्रहस्ता से लेकर व्यन्तरेन्द्रीवर माता | सौ नामों पर पुष्प चढ़ाकर, मैं नित अर्घ चढ़ाता ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं हस्तादि-व्यन्तरेन्दीवरदात्र्यंशत नाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 4 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
कामदादि शतं
1. कामदायै
2. कमलायै
3. काम्यायै
4. कामांगायै
5. काम्यसाधिन्यै
6. कलावत्यै
7. कलापूर्णायै
8. कलाधरायै
9. कनीयस्यै
10. कामिन्यै
11. कमनीयांगायै
12. कनककांचन सन्निभायै
13. कात्यायन्यै
14. कान्तिदायै
15. केवलायै
16. कामरूपिण्यै
17. कानीनायै
18. कमलामोदायै
19. कम्रायै
20. कान्तायै
21. करप्रियायै
22. कायस्थायै
23. कालिकायै
24. काल्यै
25. कुमार्यै
26. कालरुपिण्यै
27. कालायै
28. कारायै
29. कामधेन्वै
30. कास्यै
31. कमललोचनायै
32. कुन्तलायै
33. कनकाभायै
34. काश्मीरकुंकुमप्रियायै
35 कृपावत्यै
36. कुण्डलिन्यै
37. कुण्डलाकरशायिन्यै
38. कर्कशायै
39. कोमलायै
40. काष्ठायै
41. कौलिक्यै
42. कुलबालिकायै
43. कालचक्रधरायै
44. कल्पायै
45. कलिकायै
46. काम्यकारिण्यै
47. कविप्रियायै
48. कौशाम्ब्यै
49. कारिण्यै
50. कोषवर्द्धिन्यै
51. कुशावत्यै
52. करालाभायै
53. कौशस्थायै
54. कान्तिवर्द्धिन्यै
55. कादम्बर्यै
56. कोशधरायै
57. कोशाक्ष्यै
58. कौशवासिन्यै
59. कलिध्न्यै
60. कालहनन्यै
61. कौमार्यै
62. कुलजायै
63. कृत्यै
64. कैवल्यदायिन्यै
65. केकायै
66. कर्मधन्यै
67. कालवर्जिन्यै
68. कलंकरहितायै
69. कन्यायै
70. करुणालयवासिन्यै
71. कर्पूरामोदनिःश्वासयै
72. कामबीजवत्यै
73. कल्यै
74. कुलीनायै
75. कुन्दपुष्पाभायै
76. कुक्कुटोरगवाहिन्यै
77. कलिप्रियायै
78. कामवाणायै
79. कमठोपरिशानिन्यै
80. कठोरायै
81. कठिनायै
82. क्रूरायै
83. कन्दलायै
84. कदलीप्रियायै
85. क्रोधिन्यै
86. क्रोधरुपायै
87. चक्रहुँकारवर्तिन्यै
88. कम्बोजिन्यै
89. काण्डरुपायै
90. कोदण्डकरधरिण्यै
91. कुहुक्रीडावत्यै
92. क्रीडायै
93. कुमारानंददायिन्यै
94. कुतूहलायै
95. केतुरुपायै
96. केतक्यै
97. कमलासनायै
98. कोपिन्यै
99. कोपरुपायै
100. कुसुमावासवासिन्यै ।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
कामदायै से कुसुमवास तक, शत नामों को ध्याता । सौ नामों को पुष्प चढ़ा मैं, कुंकुम साथ चढ़ाता || सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं कामदादि कुसुमावास वासिन्यन्तशतनाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 5 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
सरस्वत्यादि शतं
2. शरण्यै
3. सहस्राक्ष्यै
4.सावित्र्यै 1
5. शिवायै
6. सत्यै
7.
8. शिवमायायै
9. सितायै
10.
11. सुमेधायै
12. सुमुख्यै
13. सत्यायै
14.
15. सामगायिन्यै
16. सुरोत्तमायै
17. सुप्रभायै
18. श्रीरुपायै
19. शास्त्रशालिन्यै
20. शान्तायै
21. सुलोचनायै
22. साध्व्यै
23. सिद्धसाध्यायै
24. सुधात्मिकायै,
25. शारदायै
26. सरलायै
27. सारायै
28. सुवेण्यै
29. सुयश: प्रदायै
30. शंकायै
31. शमतायै
32. शुद्धायै
33. शक्रमान्यायै
34. शुभंकर्यै
35. सुधाहाररतायै
36. श्मायायै
37. शमायै
38. शीलवत्यै
39. शरायै
40. शीतलायै
41. सुभगायै
42. साव्यै
43. सुकेश्यै
44. शैलवासिन्यै
45. शालिन्यै
46. साक्षिण्यै
47. सोमायै
48. सुभिक्षायै
49.शिवप्रेयस्यै
50. सुवर्णायै
51. शोणवर्णायै
52. सुन्दर्यै
53. सुरसुन्दर्यै
54. शक्त्यै
55. सुषायै
56. शौरिकायै
57. सेव्यायै
58. श्रियै
59. सुजनार्चितायै
60. शिवदूत्यै
61. श्वेतवर्णायै
62. शुभ्राभायै
63. शोभनाशिखायै
64. सिंहिकायै
65. सकलायै
66. शोभायै
67. स्वामिन्यै
68. शिवपोषिण्यै
69. श्रेयस्कर्यै
70. श्रेयस्यै
71. शौर्यै
72. सौदामिन्यै
73. शुच्यै
74. सौभागिन्यै
75. शोषिण्यै
76. सुगन्धायै
77.सुमनः प्रियायै
78. सौरभेय्यै
79. सुसुरम्यै
80. श्वेतातपत्रधारिण्यै
81. शृंगारिण्यै
82. सत्यवक्त्र्यै
83. सिद्धार्थायै
84. शीलभूषणायै
85. सत्यार्थिन्यै
86. संध्याभायै
87. शच्यै
88. सत्कृत्यै
89. सिद्धिदायै
90. संहारकारिण्यै
91. सिंह्यै
92. सप्तार्चिषे
93. सफलायै
94. अर्घ्यदायै
95. संध्यायै
96. सिन्दूरवर्णाभायै
97. सिन्दूरतिलकप्रियायै
98. सारंगायै
99. सुतरायै
100. शुभभाषिण्यै।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
सरस्वती से शुभभाषिणी तक, सौं तुम नाम मनोहर । कुंकुम हल्दी पुष्प चढ़ा मैं, उनको जपूँ निरन्तर ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं सरस्वत्यादि शुभभाषिण्यन्तशतनामधारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥6॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
1. भुवनेश्वर्यै
4. भूमिपप्रियायै
2. भूषणायै
7. भुजंगेशप्रियायै 10. भोगायै
5. भूमिगर्भायै
13. भीतिहरायै
16. भारत्यै
19. भगिन्यै
22. भद्ररुपायै
25. भवान्यै
28. भामिन्यै
14. भाग्यायै
31. भुशुंड्यै
8. भुजंगाम्बिकायै
11. भुजंगकरशायिन्यै
17. भवत्यै
20. भोगमंदिरायै
23. भूतात्मायै 26. भैरव्यै
29. भ्रमनाशिन्यै
34. भूषणायै
32. मेदिन्यै
35. भिन्नायै
37. भाषायै
40. भूरिदायै
38. भोगिन्यै
43. भवसागरतारिण्यै
46. भूत्यै
44. भास्वत्यै
49. भाग्दायै
52. भाविन्यै
55. भट्टारिकायै
53. भवनाशिन्यै
56. भीर्वै
58. भ्रमर्यै
भुवनेश्वर्यादि शतं
59. भवायै
61. भाण्डदायै
64. भूरिभजिन्यै
3. भुवनायै
6. भूपवंद्यायै
9. भुजंगभूषणायै 12. भृंग्यै
15. भीमभीमाट्टहासिन्यै
18. भंग्यै
41. भुक्तिदायै
21. भद्रिकायै
24. भूतभंजिन्यै
27. भीमायै
47. भूतिदायै
30. भुजंगिन्यै
33. भूम्यै
36. भाग्वत्यै
50. भोगदायै
39. भोगवल्लभायै
42. भुक्त्यै
45. भाश्वरायै
48. भूतिवर्द्धिन्ये
51. भोग्यायै
54. भिक्षवै
57. भ्रामयै
62. भण्डयै
60. भण्डिन्यै
65. भूमिगायै
63. भल्लक्यै
66. भूमिदायै
63
67. भाष्यायै 70. भाराकृन्तायै 73. भूमिपालिन्यै
68. भक्षिण्यै
76. भक्तायै
79. खेचर्ये
1. लीलावत्यै 4. लिपिप्रियायै 7. लब्ध्यै 10. ललामदायै 13. ललितायै 16. लम्बन्यै 19. लक्षवर्जितायै 22. उदीच्यै 25. उदारिष्यै 28. उदकवासिन्यै
71. भूमिभूषायै
74. भद्रायै
वत्सलायै
85. खड्गायै
77.
82. खलमर्दिन्यै
80. खड्गहस्तायै
88. ख्यातायै
83. खट्वांगधारिण्यै
86. खगवाहिन्यै
91. लागल्यै
89. खगपूज्यायै
94. लेखिन्यै
92. ललनायै
लक्ष्मवत्यै 100. लोभवर्जितायै ।
97.
95. ललितालतायै
98. लक्ष्यायै
69. भृगुरजिन्यै 72. भंजिन्यै 75. भगवत्यै 78. भाग्यशालिन्यै 81. खण्डिन्यै 84. खट्वायै 87. षट्चक्रभेदिन्यै 90. खगेश्वर्यै 93. लेखायै 96. लक्ष्म्यै 99. लाभदायै
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
J भुवनेश्वरी से लोभ वर्जिता, नाम तुम्हारे माता । कुमकुम और गुलाब चढ़ा मैं, सौ नामों को ध्याता ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के जो श्रद्धा से ध्यायें । उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें । ॐ आं क्रौं ह्रीं भुवनेश्वर्यादि-लोभवर्जितान्तशतनाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 7 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
लीलावत्यादि शतं
2. ललामाभायै
5. लोकेश्वर्यै
8. लोकान्तपालिन्यै
11. लीलायै
14. अर्थदायै
17. लंकायै
20. उमायै
23. उद्योतायै
26. उद्वरोदक्यायै
29. उदाहारायै
3. लोहमुद्रायै
6. लोकमात्रै
9. लोलायै
12. लावण्यायै
15. लोभघ्न्यै
18. लक्षणायै
21. उर्वश्यै
24. उद्योतकारिण्यै
27. उद्विज्यायै
30. उत्तमायै
64
31. उत्तमार्यायै, 34. उत्तरायै 37. उद्वरनिवासिन्यै 40. उत्कीर्णायै 43. ओंकाररूपायै
32. औषध्यै
35. उत्तरवादिन्यै 38. उत्कलिन्यै
46. अमोघाशायुजायै
49. अनादिनिधनायै
52. अर्पणायै
55. अलोकायै
58. आनन्ददायै
41. उत्कररूपिण्यै
44. अम्बिकायै अन्तायै 47.
61. सिद्धिप्रदायिकायै
59. अलंकारायै
64. अमूर्त्यै
62. अव्यक्तायै
67. अहंकृत्यायै
65. अजीर्णायै
70. अहंकारायै
50. अनन्तायै
53. अर्थायै
56. अलल्यालिवांगनायै
68. अजरायै
73. अनुरूपायै
76. कैरवायै
79. अभेद्यायै
82. अन्तरायै
85. उदग्रधायै
88. अलम्बनायै
91. शेखरधारिण्यै
77. पालिन्यै
94. अरागायै
92. आकर्षणायै
97. अहिनाथायै
95. मोदजायै
100. अहोश्वर्यै।
33. उदधितरिण्यै 36. उद्वरायै 39. उत्कलिन्यायै 42. ऊँकारायै 45. अम्बरचारिन्यै
48. अणिमादिगुणसंयुतायै 51. कोदण्डपरिहासिन्यै
54. बिन्दुधरायै 57. आनन्दायै
60. लज्जायै
63. अश्रमयायै
66. अजीर्णहारिण्यै
71. अरात्यै
69. अरजसे
74. अर्थमूलायै
80. अच्छेद्यायै
72. अन्तदायै
75. क्रीड़ायै
78. अनोकहासुतायै
83. आराधितायै
86. गंधज्ञालिन्यै
81. आकाशगामिन्यै
89. अलंध्यायै
84. आधारायै
87. अलकायै
90. शीतायै
93. अधरायै
98. अहिप्रियायै
96. मोदधारिण्यै
99. अहिप्राणायै
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
लीलावती से अहोश्वरी तक, सौ तुम नाम निराले । पुष्प चढ़ा जो भजता तुमको, उसके संकट टाले ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें | उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं लीलावत्यादि-अहोर्श्वयन्त शतनाम धारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥8॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
65
त्रिनेत्रादि शतं
1. त्रिनेत्राय
4. त्रिपुरायै 7. त्रिफणायै
2. त्र्यम्बिकायै
5. त्रिपुरभैरव्यै
10. त्वरितायै
8. तारायै
13. तापस्यै
11. तुलायै
16. त्रैलोक्यदीपिकायै
19. त्रिपदाश्रयायै
22. तारायै
25. त्रिपथगायै
28. धर्मदायै
31. धरायै
14. तपोनिष्ठायै
17. त्रैधायै
12. तपः प्रियायै
20. त्रिरुपायै
23. त्रिपुरसुन्दर्यै 26. तारामानविमर्दिन्यै
29. धर्मिण्यै
34. धात्र्यै
37. धृत्यै
32. धरधरायै
40. धुनुन्यै
38. धुर्ये
43. ब्रह्मगोत्रायै
46. ब्राह्ययै
35. धर्मागपालिन्यै
41. धनुर्धरायै
44. ब्राह्मण्कै
49. वीणायै
52. गर्भधरायै
55. गंगायै
3. तंत्र्यै
6. त्रिपृष्ठाय
9. तोतिलायै
15. तपस्विन्यै
18. त्रिसन्ध्यायै
21. त्रिपथात्राणायै
24. त्रिलोचनायै
27. धर्मप्रियायै
30. धर्मपालिन्यै
33. धारायै
36. धौतायै
47. विद्युत्प्रभायै
50. वासवपूजितायै
53. गर्भदायै
58. गायत्र्यै
61. गोमत्यै
64. गान्धारिण्यै
67. गुणोपेतायै 70. गंभीरायै
73. गर्वापहारिण्यै
56. गोदावर्यै
59. गणपालिन्यै
62. गुब्बयैं 65. गुहायै
68. गरिष्ठायै
71. गुरुरुपायै
76. गौर्य
74. गृहिण्यै
79. गारुडयै
82. गेहिन्यै
80. ग्रासिन्यै
85. चक्रधारायै
39. धीरायै
42. ब्रह्माण्यै
45. ब्रह्मपालिन्यै
48. वीरायै
51. गीतप्रियायै
77. गन्धायै
57. गोर्गायै
60. गोचर्ये
63. गन्धायै
66. गरीयस्यै
69. गरमर्दिन्यै
72. गीतायै
83. गुणदायिन्यै
54. गजगामिन्यै
75. गृहिण्यै
78. गन्धवासिन्यै
81. गूठायै
84. चक्रमाध्यायै
86. चित्रिण्यै
87. चित्ररूपिण्यै
66
88. चर्चितायै चित्रमायायै 91. 94. चन्द्रवर्णायै 97. चक्रायुधायै 100. चण्डपराक्रमायै ।
89. चतुरायै 92. चर्तुभुजायै
95. चक्रिण्यै
90. चित्रायै 93. चन्द्राभायै
98. चक्रधरायै
96. चक्रधारिण्यै
99. चण्डयै
चक्रेश्वर्यादि अष्टोत्तर शतं
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
त्रिनेत्राय से चंड़ पराक्रम, शत नामादि प्यारे । हल्दी कुंकुम पुष्प सजाकर, आया माँ तव द्वारे ॥ सहस्र नाम पद्मावती माँ के, जो श्रद्धा से ध्यायें | उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं त्रिनेत्रादि-चण्डपराक्रमान्त शतनामधारिण्यै पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥ 9 ॥ शांतिधारा, पुष्पांजलि ॥
1. चक्रेश्वर्यै
4. चंचलान्मिकायै
7. चन्द्रिकायै 10. चन्द्रमश्रियै
2. चसूचिन्त्यायै
5. चन्द्रलेखायै
8. चन्द्रमन्डलायै
13. चतुराश्रमवासिन्यै
16. चतुवर्गफलप्रदायै 19. चितामन्यै
14. चतुर्मुख्यै
22. चामुण्डायै
11. चन्द्रमण्डलवर्तिन्यै
17. चित्स्वरुपायै
20. चिरंतन्यै
25. चैत्यप्रियायै
28. हीरूपायै
23. चेतनायै
26. चैत्यलीनायै
31. हिंगुलायै
34. हलधरायै
29. हंसगामिन्यै
32. हितायै
35. हालायै
37. हर्षदायै
40. हीरायै
38. हिमान्यै
43. गोपिन्यै
41. हर्षिण्यै
46. गाथायै
44. गौर्ये
3. चंचलायै 6. चन्द्रभागायै 9. चन्द्रकान्त्यै 12. चतु:समुद्रपारान्तायै, 15. चन्द्रमुख्यै 18. चिदानन्दायै 21. चन्द्रहासायै 24. चौर्यतर्जिन्यै 27. चिन्ततार्थफलप्रदायै 30. हाकिन्यै 33. हलायै 36. हंसवर्णायै 39. हरित्तायै 42. हरिमर्दिन्यै 45. गिरये 48. दुर्ललितादरायै
47. दुर्गायै
67
49. दामिन्यै
52. दुर्गमायै
55. दक्षिणायै
50. दीर्घीकायै
58. दीक्षितपूजितायै
53. दुर्लभोदयायै
61. युत्यै 64. दरिद्रध्न्यै
56. दक्षायै 59. दमयन्त्यै
62. दीप्तायै
67. दुर्गतिनाशिन्यै
65. वैरिदुरायै
68. दर्पध्न्यै
70. दर्शिन्यै
73. वृषभार्ये
51. दुग्धायै 54. द्वरिकायै
71. दर्शनप्रियायै
76. सूक्ष्मायै
74. वृषारुढ़ायै
79. धनमालायै
77. सूक्ष्मगत्यै
82. छत्रच्छव्यै
80. घनध्वन्यै
85. क्षेत्ररक्षिण्यै
60. दानवत्यै
66. दरायै
83. क्षीरायै
88. रागिन्यै
86. अमरात्मनै
91. स्थूलतरायै 94. स्थंडिलवासिन्यै
97. दैव्यै
92. स्थूल्यै 95. स्थिरायै
57. दीक्षायै
63. दीवागत्यै
69. दैत्यनाशायै
72. वृषप्रियायै
75. प्रबोधिन्यै
78. श्लक्ष्णायै
81. छायायै
84. क्षीरदायै
89. रतिदारुपायै
87. अतिरात्र्यै
90. स्थूलायै
93. स्थडिलशयायै
96. स्थाणुमत्यै
98. घनायै
99. घोरनिनादिन्यै
100. क्षेमकर्यै
101. क्षेमवर्त्यै
102. क्षेमदायै
103. क्षेमवर्द्धिन्यै
104. शैलूषरूपिण्यै
105. शिष्टोयै
106. संसारार्णवतारिण्यै
107 सदासहायिन्यै
108, परमेश्वर्यै।
अर्घ्य (नरेन्द्र छंद)
चक्रेश्वरी से परमेश्वरी तक, सभी नाम दुःखहारी । इक सौ आठ नाम माता के सबको मंगलकारी ॥ 1 सहस्र अठोत्तर नाम मात के, जो श्रद्धा से ध्यायें | उनके सर्वकार्य सिद्धी हो, मिटें सभी बाधायें ॥ ॐ आं क्रौं ह्रीं चक्केश्वर्यादि-परमेश्वर्यन्ताष्टोत्तरशतनाम धारिण्यै श्री पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ॥10॥
इति श्री पद्मावती देवी अष्टोत्तर सहस्रनाम बीजाक्षर मन्त्राः सम्पूर्णां: ।। 1008
श्री भैरव पद्मावती विधान
( गीता छंद)
पद्मावती हंसासनी, हे धर्मतीर्थ निवासिनी ! | प्रभु पार्श्व को मस्तक धरे, चौबीस बाहु धारिणी ॥ श्रृंगार सोलह हम करें, संगीत संग गोदी भरें । दरबार पुष्पों से सजा, आह्वान हम तेरा करें ।। ॐ आं क्रौं ह्रीं पार्श्वनाथ जिनशासन यक्षिणी धरणेन्द्र प्रिये हे पद्मावती महादेवी ! अत्रागच्छ-2 तिष्ठ-तिष्ठ इति आह्वाननम्, स्थापनम्। पुष्पांजलिं क्षिपेत् ॐ आं क्रौं ह्रीं पद्मावती देव्यै स्वाहा, ॐ पद्मावती परिजनाय स्वाहा । पद्मावती अनुचराय स्वाहा। पद्मावती महत्तराय स्वाहा । अग्नये स्वाहा । अनिलाय स्वाहा । वरुणाय स्वाहा। प्रजापतये स्वाहा । ॐ स्वाहा । भू स्वाहा । र्भुवः स्वाहा। स्वः स्वाहा । ॐ भूर्भुवः स्वाहा । स्वधा स्वाहा। ( यहाँ पर हल्दी,कुंकुम, पीले चावल या सरसों 14 बार चढ़ाना है । )
( शेर छंद)
सोने की झारी में चढ़ायें, नीर आपको ।
पद्मावती माता मिटाओ, सर्व पाप को ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता ॥1 ||
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै जलं समर्पयामि स्वाहा ।
प्रभु पार्श्व के चरण से, माँ ने शीश सजाया ।
उस शीश पे ही हमने आज गंध लगाया ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता॥ 2 ॥
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै गंधं समर्पयामि स्वाहा ।
गज मोती हार से, तुम्हारा कंठ सजायें ।
अक्षय अखंड तंदुलों के पुंज चढ़ायें ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता ।।3।।
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै अक्षतं समर्पयामि स्वाहा ।
हे माँ ! तुम्हें सब देश के, हम पुष्प चढ़ायें |
पुष्पों से तेरे द्वार को, व तुमको सजायें ।
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता॥4||
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै पुष्पं समर्पयामि स्वाहा ।
छप्पन प्रकार व्यंजनों के थाल चढ़ायें ।
तेरी कृपा प्रसाद, भाग्यवान ही पाये ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता।।5।।
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै नैवेद्यं समर्पयामि स्वाहा।
लाखों करोड़ दीप से, हम आरती करें।
सम्यक्त्व दीप आत्म ज्ञान, भारती वरें ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता ॥6॥
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै दीपं समर्पयामि स्वाहा ।
गुग्गुल दशांग धूप अग्नि, में ही जलायें ।
तू कष्टहारिणी हमारे, कष्ट जलाये ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता 17 ॥
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै धूपं समर्पयामि स्वाहा ।
हाथों में मातुलिंग नित्य, शोभता तेरे ।
मेवा मनोज्ञ फल चढ़ायें, गोद में तेरे ॥
चौबीस भुजा धारिणी, पद्मावती माता ।
सुख शांति दे सौभाग्य दे, पद्मावती माता ॥8॥
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै फलं समर्पयामि स्वाहा ।
हर कार्य पूर्व मात, तुझे अर्घ चढ़ायें ।
निर्विघ्न कार्य पूर्ण करने, तुमको बुलायें ॥ चौबीस... ॥9॥
ॐ आं क्रौं ह्रीं हे पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामि स्वाहा ।